बिहार के उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर! अब स्मार्ट मीटर में बैलेंस खत्म होने के बाद भी बिजली आपूर्ति जारी रहेगी। सिर्फ 25 सेकंड का एक आसान ट्रिक अपनाएं और तीन दिनों तक बिजली कटने की चिंता छोड़ दें। जानें यह नया नियम और कैसे उठाएं इसका पूरा फायदा।
बिहार (Bihar) में स्मार्ट मीटर (Smart Meter) उपयोगकर्ताओं के लिए बड़ी राहत की खबर है। अब बैलेंस खत्म होने के बाद भी बिजली कटने की समस्या से निजात मिल गई है। बिजली कंपनियों ने उपभोक्ताओं की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए एक नई सुविधा शुरू की है। इसके तहत, बैलेंस खत्म होने के बाद भी उपभोक्ता तीन दिनों तक बिजली आपूर्ति का लाभ उठा सकेंगे। यह बदलाव उपभोक्ताओं की नाराजगी को कम करने और बिजली सेवा को और अधिक उपभोक्ता-केंद्रित बनाने के लिए किया गया है।
स्मार्ट मीटर से होगा जबरदस्त फायदा
स्मार्ट मीटर (Smart Meter) में बैलेंस खत्म होते ही बिजली कटने की समस्या अब इतिहास बनने जा रही है। बिजली कंपनियों ने यह सुनिश्चित किया है कि बैलेंस माइनस में जाने के बावजूद बिजली आपूर्ति जारी रहे। इसके लिए उपभोक्ताओं को केवल 20 से 25 सेकंड के लिए स्मार्ट मीटर का सबमिट बटन दबाना होगा। इस प्रक्रिया के बाद, तीन दिनों तक बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होगी।
तीन दिनों की इस ग्रेस अवधि (Grace Period) के दौरान उपभोक्ता को अपना मीटर रिचार्ज करना होगा। अगर उपभोक्ता निर्धारित समय सीमा के भीतर रिचार्ज नहीं करते हैं, तो बिजली की आपूर्ति बाधित कर दी जाएगी। इस अवधि में उपयोग की गई बिजली और माइनस बैलेंस को बाद में उपभोक्ता के रिचार्ज से समायोजित कर लिया जाएगा।
स्मार्ट मीटर में अब इतने दिनों तक नहीं कटेगी बिजली
बिजली कंपनियों के इस कदम से उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है। पहले, बैलेंस खत्म होते ही बिजली कटने के कारण उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। कई बार तकनीकी दिक्कतों के कारण तुरंत रिचार्ज संभव नहीं हो पाता था। लेकिन अब यह नई सुविधा लोगों के लिए राहत लेकर आई है।
बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस फैसले से बिजली सेवाओं में उपभोक्ता संतुष्टि का स्तर बढ़ेगा। उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति बाधित होने की चिंता किए बिना समय पर रिचार्ज करने का अवसर मिलेगा।
सरकारी कार्यालयों में स्मार्ट मीटर का विस्तार
स्मार्ट मीटर (Smart Meter) का उपयोग अब केवल निजी घरों तक सीमित नहीं है। बिजली विभाग ने सरकारी कार्यालयों में भी स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान शुरू किया है। अब तक 80% सरकारी कार्यालयों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। विभाग का दावा है कि 15 दिसंबर तक यह आंकड़ा 100% तक पहुंच जाएगा।
बिजली कंपनियों के अनुसार, स्मार्ट मीटर का उपयोग बिजली आपूर्ति और खपत को अधिक पारदर्शी और कुशल बनाएगा। इससे न केवल बिजली चोरी पर लगाम लगेगी, बल्कि उपभोक्ताओं को भी अपनी खपत का बेहतर प्रबंधन करने में मदद मिलेगी।
तीन दिनों की ग्रेस अवधि के नियम
बिजली कंपनियों ने इस नई सुविधा के लिए कुछ शर्तें भी लागू की हैं।
- बैलेंस माइनस में जाने पर तीन दिनों की ग्रेस अवधि (Grace Period) के दौरान बिजली की खपत और माइनस बैलेंस दोनों उपभोक्ता के रिचार्ज से काटे जाएंगे।
- तीन दिनों की अवधि समाप्त होने के बाद, अगर उपभोक्ता ने अपना मीटर रिचार्ज नहीं किया, तो बिजली आपूर्ति बाधित कर दी जाएगी।
- उपभोक्ताओं को समय पर रिचार्ज करने की सलाह दी गई है ताकि बिजली सेवा में कोई व्यवधान न हो।
तकनीकी खराबी होने पर भी मिलेगी राहत
अगर किसी उपभोक्ता के स्मार्ट मीटर में तकनीकी खराबी आती है, तो उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। बिजली विभाग ने आश्वासन दिया है कि ऐसी स्थिति में भी उपभोक्ताओं को समय पर समाधान प्रदान किया जाएगा। उपभोक्ता बिजली विभाग की हेल्पलाइन पर संपर्क कर सकते हैं और अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं।